भारतीय अर्थव्यवस्था की हालत बहुत खराब है और आईसीयू के अंदर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, वित्त मंत्री पी चिदंबरम और सोनिया गांधी किसी तरह रुपये की हालत सुधारने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन सारी कोशिशें बेकारी जाती दिख रही हैं.