आडवाणी सालों से बीजेपी और एनडीए की ओर से पीएम इन वेटिंग बने हुए थे, लेकिन आडवाणी के सपनों का अंडा फूटा तो उसमें से मोदी निकले. अब बीजेपी को भी उम्मीद है कि पार्टी के 9 साल से डूबे हुए सूरज को मोदी ही उगाएंगे.