लालबाग के राजा का दरबार सजा तो भक्तों ने भी राजा की भक्ति में कोई कसर नहीं छोड़ी. बाप्पा हर भक्त के मन की मुराद पूरी करते हैं तो भक्त भी बाप्पा के खजाने को दिल खोल कर भरते हैं. तभी तो पहले ही दिन लालबाग के राजा बन गए लखपति, यहां पहले ही दिन 50 लाख रुपए से ज्यादा का चढ़ावा आया है, जो पिछले साल से 10 लाख रुपए ज्यादा है.