अन्ना के लाखों हजारे. गली-गली में हजारे. सड़क-सड़क पर हजारे. तिहाड़ से निकली अन्ना की दहाड़ ने देश भर में ऐसी धमक बिखेरी कि आज राजधानी दिल्ली की उन सड़कों पर पैर रखने की जगह नहीं मिली. जहां से गुजरा अन्ना का कारवां. हिंदुस्तान ने जमाने बाद देखा 74 साल के एक जुनूनी क्रांतिकारी का जुनून. जमाने बाद ये देश गवाह बना उस ऐतिहासिक क्षण का जिसमें बच्चे, बूढे जवान सभी कंधे से कंधा मिलाकर वंदे मातरम के नारे लगाते नजर आए.