हिंदुस्तान की महक जब सुरों में घुलती है और सदियों पुराना संगीत जब संस्कृति की धरोहर बनता है, तब पंडित भीमसेन जोशी का सफर पूरा होता है. शास्त्रीय संगीत के पुरोधा और सुर सम्राट पंडित भीमसेन जोशी नहीं रहे. पूरे हिंदुस्तान की तरफ से आजतक उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि पेश करता है.