पाकिस्तान जिस ख़तरे को अफ़गानिस्तान सीमा तक सीमित मानकर आंखें मूंदे बैठा था, वो अब कराची तक आ पहुंचा है. आतंकियों की ये अनदेखी पाक को तो महंगी पड़ेगी ही लेकिन हिंदुस्तान को भी रहना होगा सावधान.