साल 2012 अलविदा कह रहा है, नया साल दस्तक देने जा रहा है लेकिन इस वक्त जब देश में जश्न का माहौल होता है, सूरज के छिपते ही जश्न की चकाचौंध से देश जगमगा उठता है, वहां माहौल ग़मगीन है, लोग नए साल का जश्न नहीं दर्द में डूबे हैं.