4 मार्च 2014 का दिन सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय शायद ही कभी भूल पाएंगे. सहारा प्रमुख की साख पर ऐसा बट्टा लगा जो शायद ही कभी मिट पाएगा. सुप्रीम कोर्ट के बाहर मुंह पर स्याही की कालिख पुती तो कोर्ट के अंदर उन्हें खरी खोटी सुनाई गई.