कोरोना से अबतक देशभर में 656 मरीज हो गए हैं जबकि मरनेवालों की तादाद 16 पहुंच गयी है. इसी से लड़ने के लिए देश 21 दिनों के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है. लेकिन लॉकडाउन में गरीबों से लेकर मजदूरों के पेट और जेब दोनों खाली हो गए हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए मोदी सरकार ने एक लाख 70 हजार करोड़ के आर्थिक पैकेज का ऐलान कर दिया है. लॉकडाउन में मोदी सरकार के पैकेज से देश के गरीबों का भला जरुर होगा लेकिन अभी तो मजदूर और किसान सकते में हैं. धंधा चौपट हो गया है. फैक्ट्री से लेकर मॉल तक का शटर डाउन है. ऐसे में शहरों से बड़ी संख्या में दिहाड़ी मजदूरों का पलायन हो रहा है और वो भी पैदल. हालांकि कई जगहों पर लोग मदद के लिए भी आगे आए हैं ताकि वो भूखा ना सो सकें. किसी को सीतापुर जाना है तो किसी को रायबरेली. कोई कानपुर और लखनऊ के लिए निकल पड़ा है. लेकिन ये सफर आसान नहीं. आखिर 700 से 800 किमी की दूरी पैदल कैसे तय कर पाएंगे. स्पेशल रिपोर्ट में देखिए मजदूरोंको लॉकडाउन के समय किन-किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.