देश की सबसे बड़ी अदालत के चार वरिष्ठ जज अपने ही सुप्रीमो के खिलाफ जब मीडिया के सामने आए तो देश के न्यायतंत्र में जैसे भूचाल आ गया. जिसने सुना वो सन्न रह गया. न्यायिक व्यवस्था से जुड़े लोगों के लिए भी भी ये वाकया हैरान करने वाला था. चार जजों की प्रेस कान्फ्रेंस के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कानून मंत्री और कानून राज्यमंत्री को तलब किया. सरकार से फौरन दखल देने की मांग उठने लगी.