जो नदी वैदिक युग से अब तक आस्था और विश्वास से जुड़ी हुई थी उसके अस्तित्व पर विज्ञान भी मुहर लगा रहा है. हिमालय से अरब सागर तक नदी के रास्ते का पता तो काफी पहले ही चल गया था. अब इस रास्ते में मीठे पानी की धारा मिली है. क्या यह वही सरस्वती की धारा है?