राजनीति के हथौड़े बुतों पर पटकने शुरू हुए तो मूर्तियों की महाभारत छिड़ गई. इन मूर्तियों पर पड़ती चोट से देश के अमन पर बन आयी, फिर जो सियासत में बुत बने बैठे थे, वो भी बोलने लगे. एक के बाद एक इन टूटती मूर्तियों पर हंगामा सड़क से लेकर संसद तक शुरु हो गया.