कभी एंटरटेनमेंट के नाम पर तो कभी अभिव्यक्ति के नाम पर. बॉलीवुड को हर बात की आजादी चाहिए. लेकिन बॉलीवुड में आरोप का एक भी छींटा गिरता है तो इसे फिल्म जगत थाली में छेद के तौर पर लेता है. अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर क्या-क्या नहीं किया जाता है बॉलीवुड में? अभद्र गाने लिखे जाते हैं, अभद्र भाषा बोली जाती है. अगर बॉलीवुड पर हल्की सी कोई तल्खी दिखा दे तो थाली में छेद हो जाता है. उड़ता पंजाब पर कोई सरकार आक्षेप कर दे तो हंगामा हो जाता है लेकिन उड़ते बॉलीवुड की जांच नहीं हो सकती है. क्या बॉलीवुड से सवाल पूछना मना है? देखिए खास शो, श्वेता सिंह के साथ.