ये कहानी है एक बंदे की, उसके उसूल की, जिद की. और उन दो निगाहों की, जिनमें सपना है भ्रष्टाचार मुक्त देश का, जिनमें जिद है आम आदमी को न्याय दिलाने की और इसी कहानी में इन दो आंखों के साथ फिलहाल जुड़ रहे हैं 12 हाथ. ये कहानी है अरविंद केजरीवाल की.