एक बेटी की इंसाफ की लड़ाई उसकी तबाही का सबब बन गई. घर में मौतों का सिलसिला चल पड़ा. लड़की ने पुलिस को 35 चिट्ठियां लिखीं, लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी. यहां तक कि उसने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को भी चिट्ठी लिखी, चिट्ठी उन तक पहुंची ही नहीं. अब सुप्रीम कोर्ट में पहुंची है उसकी अर्जी तो क्या सुप्रीम कोर्ट से मिलेगा उन्नाव की बेटी को इंसाफ?