तो आखिर आऱुषि और हेमराज का कत्ल क्यों हुआ? उस रात घर के अंदर ऐसा क्या हुआ कि एक डॉक्टर ने अपने हाथ दो-दो खून से रंग लिए? वो कौन सी आवाज़ थी, जिसे सुनते ही डॉक्टर तलवार बेकाबू हो गए. और कौन सा मंज़र था जिसे देखते ही वो अपने होश खो बैठे. पेश है 15-16 मई 2008 की उस रात की आखिरी छह घंटे की पूरी कहानी.