1965 में देश में अकाल की स्थिति थी. मोर्चे पर हिंदुस्तानी सेना बहादुरी से लड़ रही थी तब लाल बहादुर शास्त्री ने देश को एक नारा दिया. इस नारे पर सवार होकर भारत ने पाक को ज़बर्दस्त शिकस्त दी. लेकिन युद्ध में हार के बाद ताशकंद में समझौते के नाम पर क्या हुआ? कैसे देश ने अपने लाल को खो दिया?