ये कौन सी लड़ाई है जो अपनों को लहूलुहान करती है? ये कौन सी लड़ाई है जहां आजादी का पर्याय पाकिस्तान हो जाता है? ये कौन सी लड़ाई है जो मिट्टी से उठकर मजहब के लिए हो जाती है. ये कौन सी लड़ाई है जहां सच्चाई को भून दिया जाता है, आवाज को कुचल दिया जाता है, भविष्य को जला दिया जाता है. पर लड़ाई है तो लड़ाई ही सही. मरहम न हो, न हो कोई रहम संवाद न, न कोई बोली हो.आतंक हो जिसकी नीयत में, उसकी छाती पर गोली हो.जानिए आतंक के खिलाफ आर्मी का ऑपरेशन ऑलआउट के बारे में...