scorecardresearch
 
Advertisement

वारदात: सालभर मुर्दाघर में पड़ी रही दो लाशें, अंतिम संस्कार का अंतहीन इंतजार!

वारदात: सालभर मुर्दाघर में पड़ी रही दो लाशें, अंतिम संस्कार का अंतहीन इंतजार!

2019 के आख़िरी दिनों से दुनिया पर कोरोना का जो क़हर टूटा है, वो अब भी जारी है. कई देशों में तो कोरोना की चौथी लहर अब तक लोगों पर मौत बन बरस रही है. इस वजह से इन दो सालों में जहां पूरी दुनिया में 52 लाख 20 हज़ार से ज़्यादा ज़िंदगियां दम तोड़ चुकी हैं, वहीं कोरोना की चपेट में आकर भारत में जान गवांनेवालों की तादाद करीब 4 लाख 69 हज़ार से ज़्यादा है. एक साथ इतने लोगों के बीमार होने और इतनी मौतों के सामने अच्छे से अच्छा सिस्टम भी धराशाई हो सकता है. लेकिन ज़रा सोचिए अगर सिस्टम की कमी से कोरोना से हुई मौत के बाद किसी का अंतिम संस्कार ही ना हो और वो लाश साल भर से भी ज़्यादा वक़्त से अस्पताल की मॉर्चरी यानी मुर्दाघर में पड़ी-पड़ी यूं ही अपनी बारी का इंतज़ार करती रहें, तो इसे आप क्या कहेंगे? वारदात में देखिए पूरी कहानी.

In a shocking incident, the bodies of two COVID patients, who died during the first wave of the pandemic in 2020, were found in the mortuary of ESIC Model Hospital in Rajajinagar after 16 months. Watch the whole story in this episode of Vardaat.

Advertisement
Advertisement