दो धुन , दो अलग-अलग गीत, इनमें से एक धुन ऐसी है जो जान लेती है. जबकि दूसरी धुन वो है जिसे सुन कर लोग खुद अपनी जान दे देते हैं. ये धुन जब भी फ़िजाओं में गूंजती है तो हवाऐं तक सर्द हो जाती है. मुर्दा ख़ून भी उबाल मारने लगता है. बस जैसे ही ये धुन किसी के कानों में दस्तक देती है ख़ून की नदियां बहने लगती है.