एक क़त्ल होता है, लेकिन क़ातिल तक पहुंचने के लिए ना तो पुलिस के पास कोई सुराग़ था, ना सुबूत और ना ही क़त्ल का मक़सद ही साफ़ था. लेकिन तभी मौका-ए-वारदात से खाली हाथ लौट रही पुलिस की नज़र एक ऐसी चीज़ पर पड़ती है, जिसने ब्लाइंड मर्डर केस की फेहरिस्त में आ चुके इस क़त्ल को एक नया मोड़ दे दिया था. देखिए पूरा मामला...