जब संत शैतान, आश्रम अड्डा और साधना सेक्स बन जाए तो फिर ऐसे संत, ऐसे आश्रम और ऐसी साधना का चेहरा कैसा होगा? बात चौंकाने वाली है लेकिन अफसोस हक़ीक़त है. बात एक ऐसे ही बाबा की जो खुद अय्याशी करता, फिर अय्याशी का कांट्रेक्ट तैयार करता और भक्तों को प्रसाद के नाम पर पवित्र पानी में मिला कर देता नशीला और मादक पदार्थ. पता नहीं ये बाबा क्या-क्या गुल खिलाएगा!