श्मशान यानि इंसान की जिंदगी की आखिरी मंजिल. अब ज़रा सोचिए कि ये श्मशान मुर्दों से मुंह मोड़ ले. तो लाशों का क्या हश्र होगा. जी हां हम एक ऐसे श्मशान की बात कर रहे हैं जहां पिछले पांच सालों से कोई भी चिता पूरी नहीं जल पाई. हर दाह-संस्कार अधूरा रह गया. हर लाश अधजली रह गई.