आतंकवाद का शैतान जो पिछले दो सालों से गायब था उसने देश की राजधानी में एक बार फिर दस्तक दी है और इस बार एक नये और बेहद खतरनाक हथियार के साथ. आज तक के पास पुख्ता जानकारी है कि रविवार को जामा मस्जिद के पास हुआ हमला उसी आतंकवादी संगठन की कारस्तानी है जिसे सरकार खत्म हुआ मान रही थी.