दिल्ली में कुछ वक्त पहले एक अखबार में एक इश्तेहार छपता है. दो लोग घर में बैठे उस इश्तेहार को पढ़ते हैं. इश्तेहार पढ़ते ही दोनों की आंखें चमक उठती हैं. और उसके बाद शुरू होता है. साज़िश का एक ऐसा चकव्यूह.जिसे तोड़ते-तोड़ते खुद दिल्ली पुलिस के पसीने छूट गए.