चांद एक लड़का था, लेकिन उसकी हर हरकत लड़कियों सी थी. वो ना सिर्फ लड़कियों की तरह रहता, लड़कियों की तरह बातें करता, लड़कियों को ही अपनी दोस्त बनाता, बल्कि आधा नाम भी लड़कियों वाला ही रखा था उमराव. क्योंकि वह जन्म से लड़का था इसलिए लड़के भी उसके करीब थे और फिर एक रोज़ इन्हीं लड़कों और लड़कियों के चक्कर में एक वारदात हो जाती है.