वाकई कमाल है अपनी दिल्ली पुलिस. एक तो मुजरिम या मुल्जिम वैसे ही मौका नहीं देते कि वो आकर उनको पकड़ सकें. ऊपर से जिन्हें वो पकड़ सकती है उन्हें पकड़ने की बजाए, पहले उन्हें भागने का मौका देती है और फिर उनके साथ भागम-भाग का खेल खेलने लगती है. ठीक वैसे ही जैसे वो हरियाणा के पूर्व गृहराज्य मंत्री गोपाल कांडा के साथ खेल रही है.