बात करते हैं इश्क के ऐसे जुनून की जिसने रिश्तों को चिता में जलाकर खाक कर दिया. जब इश्क जुनून बन जाए, तो मोहम्मत की हर दास्तां का हश्र वही होता है जो इस कहानी का हुआ.