क़त्ल की ये दास्तान घात और बदले की ऐसी पहेली में उलझी हुई है जिसके एक सिरे पर क़ातिल मुंबई के मनोरी बीच पर एक लाश छोड़ जाता है. लाश भी ऐसी कि पुलिस के लिए उसकी पहचान कराना मुश्किल हो गया और दूसरे सिरे पर क़ातिल का वो सच जो सन्न कर देता है.