फिल्मों की चकाचौंध हर किसी को खींचती है. हर कोई ग्लैमर की चमक में, खो जाना चाहता है. लेकिन सभी परदे पर छा नहीं जाते और फिर एक ऐसा ना ख़त्म होने वाला सफर शुरू होता है, जो ना तो चमक-दमक वाला है और ना ही ग्लैमर से भरपूर है. बल्कि ये है, एक बेहद ही डर्टी पिक्चर.