हर आदमी में होते हैं दस-बीस आदमी, जिसको भी देखना हो कई बार देख सकता है. लेकिन मिलिए एक ऐसे चेहरे से जिसे आप जितना देखेंगे, उतना ही उलझ जाएंगे, क्योंकि इस एक चेहरे के पीछे छुपा हर चेहरा इतना शातिर, इतना फरेबी है कि जब तक आपका सामना उसके असली चेहरे से होगा तब तक आप उसके पिछले तमाम चेहरे भूल चुके होंगे.