आतंकवाद से पूरी दुनिया लड़ रही है. पर क्या कोई सरकार. आतंकवाद खत्म करने के नाम पर इतनी ज़ालिम हो सकती है कि डेढ़ लाख लोगों को मौत के घाट उतार दे? और वो भी सिर्फ शक की बिनाह पर? जी हां. हाल के सबसे बड़े कत्ल-ए-आम का ये वो सच है जो किसी को भी दहला दे.