यक़ीनन यह देश का पहला ऐसा मुक़दमा होगा जिसमें आरोपी को दोहरे क़त्ल जैसे संगीन जुर्म के इलज़ाम के बाद भी पूरे चार साल तक कभी गिरफ्तार नहीं किया गया. अब चार साल बाद पहली बार गिरफ्तार भी किया गया तो इसलिए क्योंकि वो अदालत की कार्रवाई में शामिल नहीं हो रही थीं.