बेड़ियां या कैदखाना अकसर जिस्म को कैद करती हैं. मगर जब कैदखाने की वही जकड़न जिस्म के रास्ते दिल में उतर जाए तो फिर उस कैद से इंसान को ताउम्र आजादी नहीं मिलती.