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वो बिना सहारे उठ भी नहीं सकता, लेकिन...

वो बिना सहारे उठ भी नहीं सकता, लेकिन...

3 फ़रवरी की देर राज डेढ़ बजे रोहिणी पुलिस स्टेशन में अचानक पुलिस कंट्रोल रूम की घंटी बजती है. फोन उठाते ही दूसरी तरफ से आवाज़ आती है: 'मैंने अपनी बीवी और बच्चे का कत्ल कर दिया है, आप आ जाइए.' कत्‍ल और कातिल की कहानी देखने और सुनने वाले सभी दंग रह गए.

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