22 साल का राहुल जिंदगी से जूझ रहा था उसे दिल्ली आने की जल्दी थी. करीब सवा दो घंटे के सफ़र के बाद वो दिल्ली के करीब पहुंच भी गया. लेकिन तभी आई तेज़ आंधी. मौत की आंधी और एयर एंबुलेंस टर्बोजेट पायलेटस पी-12 आग के गोले में तब्दील हो गया. इस तरह जिंदगी बचाने के लिए उड़े इस प्लेन ने 10 जिंदगियां ख़त्म कर दीं.