जिनके नाम से दुनिया डरती है...जिनके इरादों से पुलिस भी ख़ौफ़ खाती है...जिन्हें पकड़ना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन माना जाता है, अब वो खुद ही ख़ौफ़जदा है. उन्हें मिलने लगी है एक चुनौती. इन्हें अब अपनी विरासत पर ख़तरा नज़र आ रहा है. ये ख़तरा किसी और से नहीं, बल्कि उनके अपने ही ख़ून से है.