बस चंद कदम के फ़ासले पर संसद भवन में कार्यवाही जारी थी. आसपास पुलिस का तमाम घेरा था. और ठीक तभी एक महिला बोट क्लब पहुंचती है और ऐलान कर देती है कि अगर उसकी बात नहीं मानी गई तो वो वहां खड़े-खड़े तेज़ाब पी कर मर जाएगी. उसके हाथ में सचमुच तेज़ाब से भरी आधी बोतल भी थी.