वो दोनों जीते जी भगवान बन गए. आस्था की सबसे ऊंची कुर्सी पर जा बैठे लेकिन यहां बैठे-बैठे दोनों ने जो हरक़तें की, उसने ना सिर्फ़ उन्हें इस कुर्सी से बल्कि जमाने की निगाहों से भी नीचे गिरा दिया.