रमाशंकर तिवारी उर्फ परमानंद बाबा ने आज से कोई 25 साल पहले पहली बार बाराबंकी में धुनी रमाई थी, लेकिन इसके बाद खुद को महाकाली का भक्त बताकर बाबा ने अपना ऐसा जाल-बट्टा फैलाया कि देखते ही देखते हजारों लोग बाबा की ओर खिंचे चले आए. मौका ताड़कर बाबा ने भी अपने भक्तों की दुखती रग पर हाथ रख दिया और संतान प्राप्ति की आड़ में यौन शोषण के धंधे में उतर पड़े.