देश में लोकतंत्र का सबसे बड़ा त्योहार अपने मुकाम तक पहुंच चुका है. पहले सरकार को लेकर अटकलों का बाजार गर्म था अब मोदी के मंत्रिमंडल को लेकर कयास लगाये जा रहे हैं. जब ऐसे हालात में हर कोई राजनीति के रंग में रंगा हो तो हर मौके को भुनाने वाला सट्टा बाजार इस रंग से कैसे बच सकता है. सट्टा बाजार एक बार फिर गर्म है और इस बार सट्टा बाजार ने मोदी से पहले ही मोदी कैबिनेट तैयार कर ली है.