जिस बेरहमी से रूसी सैनिकों ने यूक्रेन की राजधानी कीव के नज़दीकी शहर बूचा को बूचड़खाना बना दिया वो यकीनन शब्दों में बयान कर पाना मुश्किल है. ये तो उन ज़ख्मों की तस्वीरें हैं जिनके निशान बाकी हैं, मगर उन ज़ख्मों का क्या जो यूक्रेनी लोगों के ज़मीर पर लगाए गए हैं. उन बेकसूर महिलाओं की अस्मत का क्या जिसे रूसी सैनिकों ने बड़ी बेरहमी से तार तार किया. 40 दिन की नाकाम जंग के बाद थके हारे रूसी सैनिक जैसे-जैसे कीव और आसपास के इलाकों से हट रहे हैं, वैसे वैसे उनकी बर्बरता के निशान दुनिया देख रही है. बूचा का इलाका इन सबसे सबसे ज़्यादा ज़ख्मी है, वो इसलिए क्योंकि यहां कमान दुनिया के सबसे खूंखार चेचेन लड़ाकों ने संभाल रखी थी. जब यूक्रेन फतह में देर होने लगी तो रूसी राष्ट्रपति ने एक आंकड़े के मुताबिक कम से 10,000 खूंखार चेचेन लड़ाकों को रूसी सेना की मदद के लिए यूक्रेन में दाखिल कराया था. इसकी पुष्टि खुद चेचेन्या के प्रधानमंत्री रमजान कादिरोव भी कर चुके हैं. ज्यादा जानकारी के लिए देखें वारदात.