वारदात में बात एक घर के आंगन की, एक ऐसे आंगन की जो दुनिया के तमाम आंगन से जुदा था. जुदा इसलिए क्योंकि घर के मालिक ने घर के आंगन को ही बना दिया था कब्रिस्तान.