इस्लाम, शर्म और पर्दे के नाम से तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान में औरतों और लड़कियों पर जुल्म किए थे. तालिबान को यह कतई मंजूर नहीं था कि औरतें घर से बाहर जाएं, टीवी देखें या फिर मेकअप करें, लेकिन यही तालिबान छोटी-छोटी बच्चियों का इस्तेमाल महज अपनी शैतानी भूख मिटाने के लिए कर रहा है.