दुनिया समझ रही थी कि वो अब लौट के ना आएगा. दूसरे वायरसों की तरह गुम होकर खत्म हो जाएगा. मगर बाकी अभी उसकी कहानी है. जो तांडव की शक्ल में फिर सामने आनी है. ये वही 50 नैनोमीटर का कोरोना है, जिसे हमने ये समझना शुरु कर दिया था कि अब वो हमारा ज़्यादा कुछ बिगाड़ नहीं पाएगा. मद्धम पड़कर अपनी मौत मर जाएगा. मगर ये वायरस फिर लौट आया है. पहले से ज़्यादा असरदार, खतरनाक और जानलेवा बनकर फिर वही खौफ लाया है. फिर उसी रफ्तार में आया है. फिर उसने हज़ारों लाखों लोगों को अपना शिकार बनाया है.