16 महीने पहले जब लखनऊ की गद्दी पर सपा के राजकुमार अखिलेश यादव काबिज हुए थे तो लगा था कि बाकी चीजों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में जुर्म की सूरत भी बदल जाएगी. सूरत बदली भी, लेकिन अच्छी होने की बजाए और बिगड़ गई.