यकीन मानिए खुद मौत भी हैरान होगी कि जिंदगी से ज्यादा चर्चे उसके क्यों? वो तो आई और जिसे अपने साथ ले जाना था लेकर चली गई. हकीकत भी यही है कि सिपाही सुभाष तोमर अब मौत के पास है, जिंदगी के नहीं. पर फिर भी कुछ लोग उसकी मौत में अपनी जिंदगी तलाश रहे हैं.