सचमुच कमाल है अपनी दिल्ली पुलिस. आठ दिन से बस बोल रही है पर बता नहीं रही है कि आखिर अरबपति बिल्डर दीपक भारद्वाज का असली कातिल है कौन? किसने मारा, क्य़ों मारा? ये आलम तब है जबकि जिन दो शूटरों ने गोली मारी वो दोनों दो दिन से उसके कब्जे में हैं. फिर भी मास्टरमाइंड का नाम बताने की बजाए पुलिस हर रोज बस नए-नए नाम हवा में उछालती जा रही है.