वो जब इस दुनिया से विदा हुई तो हमने उसके शरीर के दर्द को महसूस किया. लेकिन उस ताकत का अहसास शायद हमें नहीं था, जिसके दम पर उसने सब कुछ बर्दाश्त किया, वो ताकत थी उसकी मां और जब अपने आखिरी पलों में उसने अपनी मां की तरफ देखा होगा तो क्या देखा होगा.