पिछले करीब 12 दिन से आसाराम बापू पुलिस के साथ आंख-मिचौली खेल रहे थे और गिरफ्तारी से बचने के लिए जगह-जगह भागे फिर रहे थे. लेकिन शायद वो ये भूल गए थे कि कानून के हाथ लंबे होते हैं. और यही हाथ आसाराम के गिरेबान तक पहुंच ही गए. पुलिस का शिकंजा कसा तो बापू की बोलती बंद हो गई.